Send love poetry to friends and your love from my blog ----‐----‐---‐‐-‐‐-‐‐---‐‐‐ दोस्तों मेरे ब्लॉग से प्रेम कविता अपने प्यार को भेजें
पहले लगता था,एक ख़्वाब हो तुम,
अब ये लगता है,इक किताब हो तुम !
दिल की क्यारी मे,जिसकी खुशबू है,
मेरे दिल का,वही गुलाब हो तुम !
मेरी तनहाई में,जिधर देखो,
तुम ही तुम हो,हाँ बेहिसाब हो तुम !
मेरे दिल ने, जो कभी भेजा था,
शायद उस ख़त का,इक जवाब हो तुम!
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